कभी इक लहर सी उठती है,
कभी जल थम सा जाता है…
ऐ सागर तूही मुझे बता,
तेरी प्रकृति है वास्तव क्या…!?
– २७.०२.२०११, नेरुल
27 Sunday Feb 2011
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कभी जल थम सा जाता है…
ऐ सागर तूही मुझे बता,
तेरी प्रकृति है वास्तव क्या…!?
– २७.०२.२०११, नेरुल